अजीम प्रेमजी
दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं भारत के सबसे बड़े दानवीर अजीम प्रेमजी के बारे में| अजीम प्रेमजी का योगदान शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ज्यादा है|
हाईलाइट
- नाम:- अजीम प्रेमजी
- पूरा नाम:- अजीम हाशिम प्रेमजी
- जन्म:- 24 जुलाई 1945
- जन्म स्थान:- बोम्बे, बोम्बे प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश इंडिया
- आवास:- बेंगलुरु, कर्नाटक, भारत
- पिता का नाम:- मोहम्मद हाशिम प्रेमजी
- जीवनसाथी का नाम:- यासमीन
- बच्चों का नाम:- रिशाद, तारिक
अजीम प्रेमजी कौन है
- अजीम प्रेमजी का पूरा नाम अजीम हाशिम प्रेमजी है|
- अजीम प्रेमजी भारतीय व्यापार के टायकून, निवेशक और परोपकारी इंसान हैं|
- अजीम प्रेमजी विप्रो के संस्थापक हैं|
- अजीम प्रेमजी विप्रो के अध्यक्ष हैं|
- प्रेम जी का विप्रो में 73% हिस्सा है|
- अजीम प्रेमजी को अनौपचारिक रूप से भारतीय आईटी का बादशाह माना जाता है|
अजीम प्रेमजी का जन्म
- अजीम प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को बोम्बे, बोम्बे प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश इंडिया में हुआ|
- अजीम प्रेमजी के पिता मोहम्मद हाशिम प्रेमजी एक प्रसिद्ध व्यापारी थे|
शिक्षा
- अजीम प्रेमजी के पास स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी यूएसए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिग्री में बैचलर ऑफ साइंस है|
प्रारंभिक जीवन
- अजीम प्रेमजी के पिता मोहम्मद अजीम प्रेमजी को बर्मा के चावल राजा के रूप में जाना जाता था|
- विभाजन के बाद जिन्ना ने मोहम्मद अजीम प्रेमजी को पाकिस्तान के लिए आमंत्रित किया|
- लेकिन उन्होंने यह अनुरोध ठुकरा दिया और भारत में ही रहने का फैसला किया|
- 1945 में अजीम प्रेमजी के पिता मोहम्मद अजीम प्रेमजी ने महाराष्ट्र के जलगांव जिले में वेस्टर्न इंडियन वेजिटेबल प्रोडक्ट लिमिटेड की स्थापना की|
- यह कंपनी सनफ्लावर वनस्पति और कपड़े धोने के साबुन 787 का निर्माण करती थी|
व्यवसायिक जीवन
- 1966 में अजीम प्रेमजी अपने पिता की मौत की खबर के बाद स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए से वापस लौट आए थे|
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए अजीम प्रेमजी विप्रो का प्रभार लेने के लिए इंजीनियरिंग कर रहे थे|
- भारत वापस आकर अजीम प्रेमजी ने कंपनी का कारोबार संभाला|
- 1980 के दशक में अजीम प्रेमजी ने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के महत्व को समझते हुए कंपनी का नाम बदलकर विप्रो कर दिया|
- आईबीएम के निष्कासन से देश के आईटी क्षेत्र में खालीपन आ गया था जिसका अजीम प्रेमजी ने भरपूर फायदा उठाया|
- अजीम प्रेमजी ने अमेरिका के सेंटीमेटल कंप्यूटर कॉरपोरेशन के साथ मिलकर मिनी कंप्यूटर बनाना शुरू कर दिया|
- इस तरह उन्होंने साबुन की जगह आईटी क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया|
व्यक्तिगत जीवन
- अजीम प्रेमजी अपने पिता की मृत्यु के वक्त 21 वर्ष के थे|
- अजीम प्रेमजी यासमीन से विवाहित हैं|
- उनके दो बच्चे भी हैं रिशाद और तारिक|
- रिशाद आईटी बिजनेस विप्रो के मुख्य रणनीति अधिकारी हैं|
उपलब्धियां
- 2000 में अजीम प्रेमजी को मणिपाल अकादमी और ऑफ हायर एजुकेशन द्वारा मानक डायरेक्ट प्रदान किया गया|
- 2005 में भारत सरकार ने व्यापार वाणिज्य में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया|
- 2006 में अजीम प्रेमजी को नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग मुंबई द्वारा लक्ष्मी बिजनेस विजनरी सम्मानित किया गया|
- 2009 में अजीम प्रेमजी को उत्कृष्ट परोपकारी काम के लिए मिडिल टाउन कनेक्टिकट में वेसलेयन विश्वविद्यालय से मानक डायरेक्ट से सम्मानित किया गया|
- 2010 में उन्हें ऐसी आवाज एशिया वीक द्वारा दुनिया के सबसे शक्तिशाली 20 लोगों में से एक चुना गया|
- 2011 में अजीम प्रेमजी को भारत सरकार द्वारा दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया|
- अजीम प्रेमजी को दो बार 2004 और 2011 में टाइम मैगजीन द्वारा 100 सबसे अधिक शक्तिशाली लोगों में सूचीबद्ध किया गया|
- 2013 में उन्हें ईटी लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला|
- 2015 में मैसूर विश्वविद्यालय ने मानद डायरेक्ट की उपाधि प्रदान की|
- अप्रैल 2017 में इंडिया टुडे पत्रिका ने अजीम प्रेमजी को 2017 सूची के भारत के 50 शक्तिशाली लोगों में नौवां स्थान दिया|
परोपकारी के रूप में
- 2001 में अजीम प्रेमजी ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की स्थापना की|
- अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी एवं सर्व भौमिक शिक्षा प्राप्त करने में सहयोग करने वाला संस्थान है|
- अजीम प्रेमजी फाउंडेशन प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में काम करता है|
- अजीम प्रेमजी फाउंडेशन वर्तमान में कर्नाटक, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पांडिचेरी, आंध्र प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश मैं विभिन्न सरकारों के साथ घनिष्ठ साझेदारी में काम करता है|
- अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ग्रामीण इलाकों में ज्यादा फोकस रखता है|
- 2010 में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने 2 अरब अमेरिकी डॉलर दान करने का वचन दिया था|
- वारेन बुफेट और बिल गेट्स द्वारा प्रारंभ किए गए द गिविंग प्लीज अभियान में जुड़ने वाले अजीम प्रेमजी पहले भारतीय हैं|
- द गिविंग प्लीज एक ऐसा अभियान है जिसमें दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों क अपनी कुल संपत्ति का ज्यादातर हिस्सा दान करने के लिए प्रेरित किया जाता है|
- रिचर्ड बेनसन वह डेविड सेंस बरी के बाद इस अभियान में जुड़ने वाले अजीम प्रेमजी तीसरे गैर अमेरिकी व्यक्ति है|